राष्ट्रीय लोक अदालत में आपसी सहमति से निपटे 1422 मामले

बीआर दर्शन | बक्सर
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में द्वितीय राष्ट्रीय लोक अदालत का सफल आयोजन शनिवार को किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश -सह-अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, हर्षित सिंह प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय मनोज कुमार, डीएम अंशुल अग्रवाल, एसपी शुभम आर्य, संघ के अध्यक्ष बबन ओझा, अवर न्यायाधीश -सह- सचिव,नेहा दयाल उपस्थित न्यायाधीशगण व अधिवक्तागण ने दीप प्रज्ज्वलित किया। मंच का संचालन , मुंसिफ नेहा त्रिपाठी ने किया l लोक अदालत पूर्वाहन समय दस बजे शुरू की गई। लोक अदालत में विभिन्न वाद के 1422 मामले का निपटारा कराया गया।
इस दौरान अपने संबोधन में प्रधान जिला न्यायाधीश ने कहा कि, लोक अदालत सुलभ और एक ही दिन में मुकदमे के निपटारे का सुलभ रास्ता है। इसमें ना कोई पक्ष जीतता है, ना ही कोई पक्ष हारता है इसमें दोनों पक्षों की जीत होती है। कोई भी व्यक्ति अपने वाद का निपटारा सुलह समझौते के माध्यम से करा सकता है। लोक अदालत में आने वाले वाद के सभी पक्षकारों को लोक अदालत पर मैं स्वागत करता हूं और आशा करता हूं कि सुलह के आधार पर अपने-अपने वादों का निष्पादन करवाएंगे। जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने कहा कि इस अवसर को हम लोग एक राष्ट्रीय पर्व के तौर पर मनाते हैं। वाद के दोनों पक्षकार स्थानीय न्यायालय, उच्च न्यायालय एवं उच्चतम न्यायालय में अपने- अपने वादों को लेकर दौड़ते रहते हैं और उनके मुकदमे का निपटारा नहीं होता। यदि अपने मुकदमों का निपटारा करवाना चाहते हैं तो सीधे लोक अदालत में आए और एक ही दिन में अपने वादों का निपटारा सुलह के आधार पर करवाए। राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन इस उद्देश्य से ही किया जाता है।
आज के राष्ट्रीय लोक अदालत में बैंक के 367 वाद का निष्पादन हुआ l जिसमे 1,87,77,698/- एक करोड़ सतासी लाख सत्तहत्तर हज़ार छः सौ अन्ठानवें रुपए के समझौता राशि पर हस्ताक्षर हुआ। मौके पर जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश, उदय प्रताप सिंह, मनीष कुमार शुक्ला, अनुपम कुमारी, संजीत कुमार सिंह, देवराज , अवर न्यायाधीश, भोला सिंह, महेश्वर कुमार पांडेय वही , न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी, ज्योत्सना ज्योति, चंदन कुमार पीठ में उपस्थित थे l पैनल अधिवक्ता , मोहम्मद् जावेद, रामानंद मिश्रा, ठाकुर विजय कुमार, प्रमोद कुमार, अखिलेश्वर दुबे, विमलेश कुमार, ज्योति शंकर, धर्मेंद्र कुमार, राजीव कुमार मिश्रा, अनिल कुमार दुबे, रवि प्रकाश, विष्णु दत्त द्विवेदी, वही प्राविधिक स्वयंसेवक में कविंद्र पाठक मदन प्रसाद प्रेम प्रकाश चौबे , कुमारी रिंकी, रवि रंजन सिंह, आदि वहीं कार्यालय कर्मी सुधीर कुमार, दीपेश कुमार, संजीव कुमार, प्रधान लिपिक संजय कुमार, राजीव कुमार, नाजिर संतोष द्विवेदी, विधिक स्वयंसेवक मदन प्रजापति, कवींद्र नाथ पाठक, प्रेम प्रकाश पाठक, अंजुम रावत, गजेंद्र नाथ दुबे, ओम प्रकाश सिंह, अविनाश, समेत अन्य लोग मौजूद रहे।