प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर मोर्चा ने की बैठक, न्यायालय के निर्णय पर जताया भरोसा

बीआर दर्शन | बक्सर
प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर मोर्चा चौसा द्वारा बनारपुर स्थित पंचायत भवन परिसर में रविवार को बैठक का आयोजन किया। बैठक की अध्यक्षता डॉ. विजय नारायण राय ने की तथा मंच संचालन मेराज खान ने किया।
बैठक के दौरान भारतीय किसान यूनियन के वरिष्ठ नेता राकेश टिकैत पर हुए हमले की कड़ी निंदा की गई। बैठक में उपस्थित लोगों ने आशंका जताई कि इस हमले में स्थानीय प्रशासन की मौन सहमति रही होगी, जैसा कि बक्सर के प्रशासन की भूमिका में भी देखा गया है।
बैठक के दौरान 24 अप्रैल 2025 को बक्सर न्यायालय से किसानों के पक्ष में आए निर्णय को “इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाने वाला दिन” कहा गया। कोर्ट द्वारा किसानों पर हुए दमन पर स्वतः संज्ञान लेकर प्रशासन पर एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया गया था। प्रशासन द्वारा कोर्ट के समक्ष याचिका दायर की गई, लेकिन एक वर्ष के विस्तारित सुनवाई के पश्चात न्यायालय ने किसानों के पक्ष में न्यायपूर्ण आदेश पारित किया गया जिससे प्रभावितो मे आपार हर्ष है। इस दौरान प्रशासनिक दमन की कार्रवाई की निन्दा की गई। बनारपुर, कोचाढ़ी एवं मोहनपुरवा गांवों में शांतिपूर्ण आंदोलन के दौरान पुलिस एवं प्रशासन द्वारा बर्बर लाठीचार्ज, तोड़फोड़ एवं मनमानी गिरफ्तारी की गई।
बैठक के दौरान प्रमुख मांगों को भी रखा गया। जिसमें दोषी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों पर तत्काल कानूनी कार्रवाई, पीड़ित किसानों एवं मजदूरों को मुआवजा, क्षतिग्रस्त संपत्ति की भरपाई, और भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने हेतु स्पष्ट दिशा-निर्देश बनाए जाएं। प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर मोर्चा स्पष्ट करता है कि यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक सभी पीड़ितों को न्याय नहीं मिल जाता। बैठक के दौरान भारतीय किसान यूनियन बिहार प्रदेश अध्यक्ष दिनेश सिंह, अधिवक्ता उमेश कुमार सिंह, प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर मोर्चा के अध्यक्ष रामप्रवेश सिंह यादव, शैलेश राय, सुरेश सिंह यादव, गोरख पांडेय, सियाराम सिंह, साधु सिंह, नन्दलाल सिंह, ओमकार राय, छेदी राय, नन्द कुमार राम, संतविलास पांडेय, बृजेश राय के साथ अन्य किसान, बेरोजगार नौजवान एवं स्थानीय ग्रामीण मौजूद थे।