इलाज के दौरान विचाराधीन बंदी की मौत, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
सेंट्रल जेल में बंद बंदी का सदर अस्पताल में चल रहा था इलाज परिजनों ने अस्पताल और जेल प्रशासन पर लगाया लापरवाही का आरोप
बीआर दर्शन। बक्सर
सेंट्रल जेल में बंद विचाराधीन बंदी की मौत शनिवार को सदर अस्पताल में हो गई। बंदी के मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल और जेल प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझा बुझाकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
मिली जानकारी के मुताबिक मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के पंडितपुर के निवासी राजकुमार पंडित (65 वर्ष) हत्या के आरोप में वर्ष 2018 से जेल में बंद थे। 24 मार्च 2022 को उन्हें रोहतास जिले के बिक्रमगंज जेल से बक्सर केंद्रीय कारा में शिफ्ट किया गया था। 8 जून को केंद्रीय कारा प्रशासन ने तबीयत बिगड़ने की सूचना परिजनों को दी जब मृतक के पुत्र सदर अस्पताल में पहुंचे तो मृतक कैदी का शरीर बुखार से तप रहा था। इलाज के दौरान बंदी की मौत हो गई। मृतक के पुत्र रवि शंकर पाण्डेय का आरोप है कि ऑक्सीजन चढ़ाने के नाम पर केवल पाइप लगाकर छोड़ दिया गया था जबकि उससे मरीज को ऑक्सीजन नहीं मिल रहा था। हालांकि सिविल सर्जन डाॅ एससी सिन्हा ने लापरवाही से इंकार कर दिया। मृतक के पुत्र ने बताया कि, इलाज के नाम पर केवल सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने यहां से पटना रेफर कर दिया और इलाज के नाम पर पूरे दिन पूरे रात उन्हें पटना में रखा गया और अंत में यह कह दिया गया कि वहां के चिकित्सकों ने एडमिट नहीं किया।