नगर में निकली प्रभु श्री राम की बारात, शहरवासियों ने किया स्वागत

बीआर दर्शन। बक्सर
54वां श्री सीताराम विवाह महोत्सव आयोजन के दौरान शनिवार को प्रभु श्रीराम की बारात निकली। बारात में शामिल देवताओं की मनोहारी झांकियां मनोरम नजारा पेश कर रही थी। श्रीराम बरात के इस अद्भुत नजारे की एक झलक पाने को बच्चे, बूढ़े या युवा शहर के विभिन्न मार्गों पर खड़े थे। जिनमें महिलाओं की तादाद देखते ही बन रही थी।
इस आयोजन के जनक पूज्य संत श्रीनारायणदासजी भक्तमाली मामाजी व उनके गुरू महर्षि खाकी बाबा के तैल चित्रों की झांकियां इस यात्रा की अगुवाई कर रही थी। उनके पीछे बैंड बाजों के साथ बारातियों की टोली भजन गाते हुए झूमती-नाचती चल रही थी। आयोजन स्थल से चली बरात अपने जनवासा महर्षि विश्वामित्र महाविद्यालय परिसर पहुंची। जहां मंगल गीतों की गायन से माहौल रसमयी हो गया। वहां जाने के बाद परिसर स्थित महोत्सव के प्रणेता नेहनिधि श्री नारायणदास जी भक्तमाली मामाजी के सद्गुरु पूज्य संत श्री खाकी बाबा के मंदिर में आश्रम के महंत श्री राजाराम शरण जी महाराज के सान्निध्य में पूजा-अर्चना की गई। इसके बाद मंगल गीतों व गालियों के बीच दूल्हे बने चारों भाईयों की जमकर खातिरदारी हुई। इस रस्म को पूरा करने के बाद बराती शहर के विभिन्न सड़कों से होते हुए मामाजी की जन्म स्थली पांडेयपट्टी पहुंचे। इनके स्वागत को शहर में जगह-जगह रंगोलियां बनाई गईं थीं। बराती जिस रास्ते से गुजर रहे थे उनके आगवानी में शहरवासी पहले से खड़े थे। श्रद्धालु भगवान श्रीराम की आरती उतार संतों को जलपान करा रहे थे। नगर भ्रमण के बाद बरात दूसरे पड़ाव पांडेयपट्टी पहुंची, जहां बारातियों को भोजन कराकर विवाह स्थल के लिए रवाना किया गया। शहरवासी श्रीराम बरात की शोभा यात्रा में शामिल देश के कोने-कोने से पधारे साधु-संतों व श्रद्धालुओं के स्वागत में खड़े थे। उनकी सेवा व स्वागत में लोग अपने-अपने दरवाजों के सामने रंगोली बनाकर उनकी आगवानी किए। रास्ते से गुजर रहे देव रथों पर पुष्प वर्षा भी कर रहे थे।