रामरेखा घाट पर मुंडन संस्कार के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

बीआर दर्शन। बक्सर
शुक्रवार को शहर के प्रसिद्ध रामरेखा घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ मुंडन संस्कार के लिए उमड़ पड़ी। सुबह से ही जिला के विभिन्न गावों से अपने वाहन से लोग रामरेखा घाट पहुंचते रहे। वाहनों के बेतरतीब ढंग से लगाने वीर कुंवर सिंह चौक पर जाम लगता रहा। पुलिस को जाम छुड़ाने में पसीना बहाना पड़ा।
जिला के प्रसिद्ध रामरेखा घाट पर लग्न का मौसम शुरू होते मांगलिक कार्य आरम्भ हो गया है. शुक्रवार सुबह होते ही श्रद्धालुओं का तांता रामरेखाघाट पर पहुंचने लगा। गंगाघाट पर जानेवाले रास्ते पर जाम लग गया। घाट पर पहुंचने के बाद श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाया और फिर बच्चो का मुंडन कराया। वैदिक मंत्रोचार और महिलाये द्वारा गाये जा रहे पारम्परिक गीत से गंगा घाट गुंजायमान होता रहा। लोग गंगा पार कर पूजा अर्चना किया।
इस दिन हिदू के प्रमुख सोलह धर्म संस्कारों में आठवां मुंडन संस्कार का शुभ मुहूर्त था। सड़कों पर दिनभर को चहल-पहल बनी हुई थी। बाजार की रौनक भी बढ़ी हुई थी। आस्थावानों का हुजूम उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों समेत सूबे के अन्य जिलों से उमड़ा हुआ था। भीड़ की तस्दीक इस बात से भी हो रही थी कि वाहनों से पूरी तरह किला मैदान भरा हुआ था। कुछ किला मैदान तो कई स्टेशन रोड मार्ग के किनारे ही वाहन खड़े कर गंगा तट को निकल गए थे। मुंडन संस्कार के बाद सगे-संबंधियों के बीच प्रसाद का वितरण कर खुद खाए तथा उन्हें भी खिलाए। श्रद्धालुओं की बढ़ी भीड़ देख पंडे व नाविक अधिक खुश दिखे।
आस्थावानों की उमड़ी भीड़ के चलते सड़क पर आवागमन करने में आमजनों को भले ही कुछ मशक्कत करनी पड़ी हो लेकिन रामरेखाघाट पर रहने वाले पंडितों, नाविकों एवं उसके पास रहने वाले व्यवसायियों की आमदनी बढ़ी हुई थी। मुंडन संस्कार में बढ़ी भीड़ को देख पुलिस काफी चौकस थी। चौराहे पर खड़ी पुलिस भारी वाहनों को रामरेखाघाट पथ की ओर जाने से मना कर रही थी। हालांकि आदतन चौराहे पर खड़े होने वाले टेंपो के कारण कुछ ज्यादा ही उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।