राजद मजदूर नेता हत्याकांड में नाबालिग समेत दो पकड़ाए, वर्चस्व को लेकर हुई हत्या

बीआर दर्शन | बक्सर
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चौसा स्थित पावर प्लांट के मुख्य गेट पर 26 मई को हुए राजद मजदूर नेता हत्याकांड में नाबालिग समेत दो को पुलिस ने पकड़ा। पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपितों को कोर्ट में पेश किया। पुलिस कोर्ट के आदेश पर आगे की कार्रवाई में जुट गई है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में कांट्रैक्ट विवाद और आपराधिक वर्चस्व की लड़ाई में हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है। हत्या के पीछे भोजपुर जिला निवासी मनीष गुप्ता का नाम सामने आया है, जिसने तीन लाख रुपये की सुपारी देकर हत्या करवाई थी। हालांकि पुलिस का कहना है कि मनीष की गिरफ्तारी के बाद हत्या का मुल वजह सामने आ सकता है।
एसपी शुभम आर्य ने बताया कि 26 मई 2025 को सुबह लगभग 11 बजे मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत चौसा पावर प्लांट के मुख्य द्वार पर अज्ञात अपराधियों ने अखौरीपुर गोला निवासी स्व. सुरेंद्र सिंह यादव के पुत्र अर्जुन यादव को गोली मार दी थी। अर्जुन यादव को तत्काल सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के बाद रेफर कर दिया गया। बनारस जाने के दौरान रास्ते में उनकी मृत्यु हो गई। परिजनों के बयान पर मुफस्सिल थाना में कुल आठ नामजद एवं कुछ अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर जांच प्रारंभ की गई।
एसपी शुभम आर्य के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी धीरज कुमार के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया। टीम द्वारा सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी साक्ष्य एवं मानवीय आसूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए दो शूटरों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपियों में जिले इटाढ़ी थाना क्षेत्र के जयपुर गांव निवासी छोटेलाल गुप्ता के पुत्र तूफानी कुमार गुप्ता समेत एक नाबालिग भी शामिल है। पूछताछ में दोनों ने वारदात में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। वही इनके पास से एक देसी कट्टा, दो मोबाईल फोन के साथ घटना के समय पहने गए कपड़ा भी बरामद किया गया है। मुख्य सुपारी देने वाला आरोपी मनीष गुप्ता अब भी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी जारी है। मनीष गुप्ता की गिरफ्तारी के बाद ही हत्या में संलिप्त अन्य का खुलासा होगा। घटना में संलिप्त अन्य आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है। पुलिस जल्द ही अन्य फरार आरोपियों को भी गिरफ्तार कर न्यायिक प्रक्रिया के समक्ष प्रस्तुत करेगी। वही नामजद आरोपियों संलिप्तता के बारे में भी जांच किया जा रहा है।
एसआईटी टीम में सदर एसडीपीओ धीरज कुमार, मुफस्सिल थानाध्यक्ष शंभु भगत, डीआईयू प्रभारी सुधीर कुमार, डीआईयू युसुफ अंसारी, रविकांत कुमार, मंगलेश कुमार, थानाध्यक्ष इटाढ़ी सोनू कुमार, चंदन कुमार यादव, मुफस्सिल थाना के साथ सशत्र बल मुफस्सिल थाना एवं डीआईयू टीम शामिल रहे।