एचआईवी संक्रमितों को मिलेगी सरकारी सहायता, किया गया प्रशिक्षित

बीआर दर्शन। बक्सर
एचआईवी एड्स से सुरक्षा के लिए लोगों को जागरुक करने और संक्रमित व्यक्ति को चिकित्सीय सहायता को मंगलवार को सिविल सर्जन कार्यालय स्थित सभागार में एकदिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया गया। प्रशिक्षण में जिला के सभी आईसीडीएस के सीडीपीओ और महिला पर्यवेक्षिका थी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ. जितेन्द्र नाथ ने कहा कि एचआईवी संक्रमित व्यक्ति भी अपना जीवन सही तरीके से जी सकता है। संक्रमित मरीज नियमित तौर पर जांच और दवा के सेवन से रोग को कंट्रोल कर सकते है। कार्यक्रम के दौरान विहान प्रोग्राम के कोऑर्डिनेटर पूजा मिश्रा ने प्रशिक्षण दिया। एचआईवी एक वायरस है जिससे संक्रमित व्यक्ति अगर समय से इसकी पहचान कर लें तो वह इससे शारीरिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं। एचआईवी संक्रमण को समाप्त करने का कोई इलाज नहीं है लेकिन समय पर इसकी जांच हो जाने पर लोग आवश्यक दवाइयों का उपयोग कर इसे कंट्रोल कर सकते हैं।
एचआईवी संक्रमित मरीज के पहचान और उसे इलाज के लिए कैसेे प्रेरित करे इसके बारे में बताया गया। एचआईवी संक्रमित एवं प्रभावित बच्चों के पालन-पोषण एवं शिक्षा के लिये परवरिश योजना के तहत एक हजार रुपए प्रतिमाह सहायता राशि दिया जाना है। जन्म से लेकर 18 वर्ष तक के एचआईवी संक्रमित एवं प्रभावित बच्चे को लाभ गोपनीयता के दायरे मे मिलना है। इसमे मुख्य भूमिका बाल विकास परियोजना पदाधिकारी की है। एसटीडी परामर्शी सह समन्वयक (एनवीएचसीपी) राजीव कुमार द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। मौके पर सदर अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिल कुमार सिंह डॉ आर के गुप्ता,डॉ पी सी प्रसाद, पीपीटीसीटी के काउंसलर मनोज कुमार, आहना एफओ प्रकाश कुमार सहित सभी प्रखंडों के आईसीडीएस सीडीपीओ व महिला पर्यवेक्षिका उपस्थित रहीं।