विषाक्त भोजन के शिकार हुए आधा दर्जन बच्चे, 13 साल की बच्ची की मौत
बीआर दर्शन। बक्सर
डुमरांव में विषाक्त भोजन करने से आधा दर्जन बच्चो की अचानक तबियत बिगड़ गई। जिसके बाद परिजनों ने आनन फानन में सभी को डुमराँव अनुमण्डलीय अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां से बच्चो की हालत बिगड़ते देख उन्हें बक्सर सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान एक 13 साल की बच्ची की मौत हो गई। सभी बच्चे एक ही परिवार के हैं।
डुमरांव थाना क्षेत्र के स्थानीय अनुसूचित बस्ती के रहने वाले अनुग्रहित राम के पुत्र रामजी राम ने बताया कि उनके तथा उनके भाई मनोज राम के बच्चों ने बीती रात एक साथ दाल चावल और चोखा खाये थे। भोजन के पश्चात सभी सोने के लिए चले गए सुबह जब उनकी नींद खुली तो पहले बच्चो ने उल्टी और दस्त करना शुरू कर दिया। उसके बाद से ही उनकी हालत खराब होने लगी।
हालत बिगड़ता देख उन्हें तुरंत ही डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया गया जहां चिकित्सकों ने उनकी हालत को गंभीर बताते हुए उन्हें रेफर कर दिया। सभी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है।इलाज के दौरान ही रामजी राम की 13 वर्षीय पुत्री नीतू कुमारी की मौत हो गई। जबकि उनके 11 वर्षीय पुत्र पंकज के साथ-साथ उनके भाई मनोज राम के बच्चे हिमांशु 2 वर्ष प्रियांशु 4 वर्ष तथा प्रीतम 8 वर्ष प्रिया कुमारी 5 वर्ष का का इलाज चल रहा है।
सदर अस्पताल के डीएस डॉ आर के गुप्ता ने बताया कि बच्चो ने कुछ ऐसा भोजन कर लिया है जो दूषित था। जिससे उनकी हालत काफी खराब हो गई। जिसमे मनोज राम के 13 वर्षीय बच्ची जब सदर अस्पताल पहुंची तो जांचोपरांत मृत पाई गई। अन्य का इलाज चल रहा है।