विधवा की शादी में बाधक बना परिवार तो थानेदार ने किया कन्यादान
2 वर्ष के पुत्र के साथ विधवा ने प्रेमी के साथ लिए फेरे पुलिस वाले ही बने बाराती और घराती, महिलाओं ने गाए मंगलगान
बीआर दर्शन। बक्सर
ब्रह्मपुर स्थित बाबा ब्रह्मेश्वर मंदिर में सोमवार को स्थानीय पुलिस के मदद से एक प्रेमी जोड़े की शादी रचाई गई। शादी विधवा महिला और उसके प्रेमी के साथ हुई। महिला का एक दो वर्षीय बच्चा भी साथ में था, जिसे प्रेमी ने अपना बना लिया। शादी और पुलिस के इस कदम की सराहना पुरे श्रेत्र में हुई।
मिली जानकारी के अनुसार ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र के रक्षा नगर गांव में जहां विधवा महिला मुस्कान पति की मृत्यु हो जाने के बाद 2 वर्ष की संतान के साथ अब अपना जीवन अकेले काट रही थी। इसी बीच मुस्कान की जान पहचान ब्रह्मपुर गांव के स्थानीय निवासी देव कुमार साह के पुत्र सूरज कुमार साह से हुई। फोन पर बातचीत बढ़ती गई और दोनों में प्रगाढ़ प्रेम हो गया। दोनों ने घरवालों से जब उन्होंने यह बात बताई तो इस रिश्ते को स्वीकार करने के लिए कोई भी तैयार नहीं था। परिवार वाले जब उनकी शादी को तैयार नहीं हुए तो दोनों घर से भाग गए और जमशेदपुर पहुंच गए।
दोनों के घरवालों के द्वारा थाने में उनके गुम होने की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने जांच की तो मामला कुछ और निकला। पुलिस उन्हें जमशेदपुर से बरामद किया तथा जब पूछताछ की गई तो सारी कहानी निकल कर सामने आ गई। थानाध्यक्ष के द्वारा परिवार के लोगों को थाने में बुलाया गया और उन्हें समझा-बुझाकर इस विवाह के लिए तैयार किया गया।
थानाध्यक्ष बैजनाथ चौधरी ने स्वयं घराती बन सभी रस्मो को निभाया तथा बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर में दोनों की शादी करा दी। इस दौरान मंदिर परिसर में उपस्थित महिलाओं ने मांगलिक गीत गाकर माहौल को खुशनुमा बना दिया। इस दौरान पुलिसकर्मी भी रखते देखे गए। थानाध्यक्ष के तरफ से ही मंदिर में उपस्थित सभी लोगों के बीच मिठाईयां बांटी गई और फिर थानाध्यक्ष ने दुल्हन को उसके नए घर के लिए विदा कर दिया। थानाध्यक्ष की अनोखी पहल की काफी चर्चा है। सब उनकी सराहना कर रहे हैं। थानाध्यक्ष का कहना है कि सभी को अपना जीवन जीने का अधिकार है। विवाह में सब इंस्पेक्टर गंगा दयाल ओझा ने भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।