महज बीस रुपए के लिए अपराधियों ने मार दी गोली, जीवन का जंग हार गया राहुल
यूपीएससी का परीक्षा देने गया था पटना , अपराधियों के गोली का हुआ था शिकार गुरुवार को पटना पारस अस्पताल में हुई मौत, परिजनों ने जताया विरोध

बीआर दर्शन। बक्सर
पटना में चंद रुपयों के लिए अपराधियों के गोली के शिकार हुए राहुल की मौत गुरुवार को पटना पारस अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई। युवक के मौत के बाद परिजनों ने सड़क पर बैठ अपना विरोध जताया। घटना को लेकर स्थानीय सांसद ने जंगलराज की संज्ञा दी।
बता दें कि 27 मई की रात ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र के निमेज गांव के मुक्तिनाथ ओझा के पुत्र राहुल ओझा यूपीएससी की परीक्षा देने बक्सर से पटना गया था। वह ट्रेन से राजेन्द्र नगर टर्मिनल पर उतरकर वहां से पैदल ही भुतनाथ रोड में रहने वाले अपने मित्र के यहां जा रहा था । रात के 12:50 बजे बहादुरपुर आरओबी के पास उसे दो बाइक सवार लोगों ने रोक लिया। बीस रुपये मांगे तो उसने नहीं दिए। तभी क्रोध में अपराधियों ने उसके पेट में गोली मार दिया। घायल राहुल ने स्वयं ही 112 पर फोन कर इसकी सूचना दी और स्वयं पेट पर हाथ रख पास के एक अस्पताल पहुंचा था। जहां गोली लगने की सूचना परिजनों को भी दिया गया। परिजन खेत गिरवी रख राजधानी पटना में जख्मी राहुल का इलाज करा रहे थे। लेकिन गुरुवार की सुबह राहुल की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि राहुल को गोली मारने के बाद उन अपराधियो ने कुछ ही दूरी पर स्थित एक पान दुकानदार को भी गोली मार दिया था।
बिहार की कानून व्यवस्था जंगल राज से भी बदतर : अश्वनी चौबे
ब्रह्मपुर के निमेज निवासी होनहार युवक राहुल ओझा के मौत पर केंद्रीय मंत्री सह स्थानीय सांसद अश्वनी चौबे से शोक संवेदना जाहिर किया। उन्होंने अपने सोशल एकाउंट पर पोस्ट करते हुए कहा है कि राहुल बिहार में व्याप्त जंगलराज का भेंट चढ़ गया है। बिहार की कानून-व्यवस्था की स्थिति जंगलराज से भी बदतर है। यहां कोई भी सुरक्षित नहीं है। राज्य में लूट, हत्या, बलात्कार की घटनाएं आम हो गई हैं।