मां को भारत दर्शन कराने स्कूटर पर निकला बेटा पहुंचा बक्सर
बीआर दर्शन | बक्सर
माता-पिता धरती के भगवान है। मां अपने बच्चे के लिए हर दुख सहती है। ऐसे में बच्चों का कर्तव्य है कि मां और पिता का पुरा ख्याल रखे। इसी धारणा को लेकर मैसूर निवासी कृष्ण कुमार अपनी 73 वर्षीय मां चुड़ारत्नम्मा को पिता के द्वारा गिफ्ट मिले स्कूल से देश भ्रमण पर निकल चुके। करीब 18 वर्ष पूर्व देश भ्रमण पर निकले कृष्ण कुमार बुधवार की शाम वाराणसी के रास्ते बक्सर पहुंचे। जहां पर उन्होंने अपनी मां को सभी मंदिरों का दर्शन कराया। दर्शन कराने के बाद मां और बेटा शुक्रवार को पटना के लिए निकलेंगे।
मैसूर के वोगदा के रहने वाले डॉ दक्षिणमूर्ति कृष्ण कुमार पेशे से इंजिनियर थे। वे एक मंटीनेशनल कंपनी में कार्यरत थे। करीब 20 वर्ष पूर्व उनके पिता की मौत हो जाती है। पिता के मौत के बाद उनकी मां ने उनसे कहा कि वह आज तक घर से बाहर की दुनिया नहीं देखी है। कृष्ण कुमार को यह बात घर कर गई। उन्होंने दुनिया को दिखाने वाली मां को पुरी दुनिया दिखाने का प्रण कर लिया। इसके बाद उन्होंने अपनी नौकरी को छोड़ दिया। पिता के द्वारा गिफ्ट मिले स्कूटर पर अपनी मां को लेकर दुनिया भ्रमण पर निकल पड़े। मात्र एक बैग में कुछ कपड़े के साथ भ्रमण पर निकले मां-बेटे वाराणसी से होते हुए बुधवार की देर शाम बक्सर पहुंचे।
पांच वर्ष से जारी है मां के साथ सफर: ने बताया कि 16 जनवरी 2018 को दुनिया भ्रमण पर निकले। अभी तक करीब 70 हजार किलोमीटर का सफर अपने स्कूटर पर पुरा करते हुए तीन देश नेपाल, भूटान और म्यांमार का भ्रमण कर चुके है। इसके साथ ही देश के सभी क्षेत्रों का भ्रमण कर रहे है। उन्होंने बताया कि पिता के द्वारा गिफ्ट स्कूटर के माध्यम से अपने माता और पिता के सपनों को पुरा करना ही उनका जीवन है। बक्सर पहुंचने के बाद अपनी मां के साथ सभी प्रमुख मंदिरों में दर्शन और पूजन किया। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को पटना के लिए रवाना हो जाऐंगे।