महागठबंधन को वोट नहीं देना पड़ा महंगा, मारपीट में जख्मी वृद्ध की मौत

बीआर दर्शन | बक्सर
कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के सोवां गांव में चुनावी विवाद और जातिसूचक टिप्पणी को लेकर शुरू हुई कहासुनी अब गंभीर संघर्ष में बदल गई है। इसी विवाद में जख्मी 60 वर्षीय सुरेंद्र पासवान ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। बुधवार को जब उनका शव गांव पहुंचा तो पूरे इलाके में मातम फैल गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और गांव में तनाव का माहौल है। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को जेल भेज दिया। पुलिस अन्य आरोपितों के गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है।

बताया जाता है कि 8 नवंबर को सोवा गांव की निधि देवी, पत्नी श्याम नारायण पासवान, ने एफआईआर दर्ज कराई कि शाम करीब 7 बजे पोखरा मोड़ पर हुए हल्ले की सूचना पर वह मौके पर पहुंचीं। वहां उन्होंने देखा कि सतेंद्र महतो (पिता–लक्ष्मण महतो) उनके देवर शिव पासवान को जातिसूचक गालियाँ देते हुए मारपीट कर रहा था। इसी दौरान कई अन्य लोग भी लाठी-डंडों से हमला करने लगे, जिससे स्थिति बेकाबू हो गई। एफआईआर में कुल 17 आरोपियों के नाम शामिल किए गए हैं। सभी आरोपी सोवाँ गांव के निवासी हैं। नामजद व्यक्तियों में सतेंद्र महतो, नीरज महतो, राजन कुमार, मिथिलेश कुमार, चन्दन कुमार, मोहन महतो, जगलाल महतो, शिवजी महतो, सिकन्दर कुमार, मुकेश कुमार, विशाल कुमार, प्रेम कुमार, सोहन महतो, आनंद कुमार, विवेक कुमार, अनुप कुमार और लालबाबू महतो शामिल हैं।


घटना के बाद गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। पुलिस का कहना है कि सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास जारी हैं और मामले की जांच तेज कर दी गई है। थानाध्यक्ष ने बताया कि घटना के बाद त्वरित कार्रवाई की गई है। तीन आरोपित चन्दन महतो, प्रेम महतो और मोहन महतो को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।




