बिहार सरकार हमको कर्मनाशा नदी पार करने पर मजबूर ना करे, आ गए तो वापस नहीं जाएंगे – टिकैत

बीआर दर्शन। बक्सर
बिहार सरकार हमको कर्मनाशा नदी को पार करने पर मजबूर न करे, अगर पूरी तैयारी के साथ इधर आ गए तो फिर वापस नहीं जायेंगे। उक्त बातें किसान नेता राकेश टिकैत ने बुधवार को होमगार्ड मैदान में आयोजित किसान महापंचायत के दौरान कहा। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार गिरफ्तार किसानो को जल्द से जल्द रिहा कराए, इनके मांग पर चुनाव बाद बैठकर बात कर लिया जाएगा। जब आचार संहिता में किसानो के घरों में घुंस कर लाठी चल सकता है तो किसानो का आंदोलन भी हो सकता है।
किसान महापंचायत के दौरान राकेश टिकैत ने कहा की बिहार सरकार किसानो के जो समान तुड़वाये है, उसको ठीक करा दे नही तो किसानो के घरों में जो सामने तोड़ी गई है उसका पूरे बिहार में यात्रा निकाला जाएगा। इसके साथ ही किसानो को साहस देते हुए कहा की डरो मत संघर्ष करना होगा। आजादी के लड़ाई में लोग फांसी पर झूल गए थे यहां तो सिर्फ डंडे चले है। इसलिए गांव छोड़ कर मत भागो। लाठी खाकर अपनी जमीन पर हल चलाओ।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय नेता राकेश टिकैत बुधवार की दोपहर कैमूर के रास्ते बक्सर जिला में प्रवेश किए। किसान नेताओं के साथ बनारपुर गांव में हर उस घर में गए जिनके घरों में पुलिस घुस कर उनके गेट, दरवाजे, बाइक, कार इलेक्ट्रिक समान को तोड़ नुकसान पहुंचाया गया। पीड़ित किसानो से कहा डरने की जरूरत नही है। बहुत जल्द एक मोर्चा यहां बैठेगा। किसानों ने भी अपनी व्यथा सुनाई।
किसान महापंचायत को स्थानीय और राज्य स्तरीय किसान नेताओं के अलावा, राकेश टिकैत, बलदेव सिंह निहालगढ़, जोगेंद्र सिंह उग्राहां,बलवीर सिंह राजेबाल, सत्यवान और डॉ सुनील, अवधेश कुमार, ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा,के डी सिंह, राम कैलाश सिंह, शशिकांत, राजेंद्र यादव आदि किसान नेता महापंचायत को संबोधित किया।