किसान नेता अशोक तिवारी का सड़क किनारे मिला शव, हत्या की आंशका
बीआर दर्शन | बक्सर
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बनारपुर गांव निवासी तथा थर्मल पावर प्रभावित किसान मजदूर यूनियन के संयोजक अशोक तिवारी का शव सिकरौल गांव के समीप सड़क किनारे खेतों में भरे पानी में मिला। शव मिलने की सूचना पुरे क्षेत्र में फैल गई। घटना की सूचना मिलते ही एसडीपीओ धीरज कुमार के साथ राजपुर और मुफस्सिल थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने चौसा – मोहनिया सड़क जाम कर दिया।
मिली जानकारी के बीती रात अपने गांव के दुर्गा पूजा पंडाल में आने-जाने वाले श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण कर रहे थे। रात करीब दस बजे के बाद वह किसी को दिखाई नहीं दिए। सुबह-सुबह जब लोग सिकरौल की तरफ से निकले तो उन्होंने सड़क किनारे खेतों में अशोक तिवारी का शव पड़ा हुआ देखा। वह औंधे मुंह गिरे हुए थे। जब लोगों ने शव को पानी से बाहर निकाला तो यह देखा कि उनके नाक से खून आ रहा था, साथ ही शरीर पर चोट के निशान भी हैं। घटना की जानकारी देखते ही देखते पूरे गांव में फैल गई और स्थानीय लोगों के साथ-साथ मृतक के परिजन भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने शव को देखते हुए हत्या की आशंका जताई है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर सदर एसडीपीओ धीरज कुमार, राजपुर व मुफस्सिल थाने की पुलिस एवं एफएसएल की टीम पहुंच गई और मामले की जांच शुरू कर दी।
ग्रामीणों ने बताया कि अशोक तिवारी प्रभावित किसान मजदूर यूनियन के संयोजक तो थे ही साथ ही साथ लोगों के बीच भी काफी लोकप्रिय थे। कभी भी किसी विकट परिस्थिति में वह लोगों की मदद करने करने को तत्पर रहते थे। अशोक तिवारी अपने पीछे शोकाकुल स्वजनों के साथ-साथ पत्नी और एक 15 वर्षीय पुत्र छोड़ गए हैं।
एसपी शुभम आर्य ने बताया कि एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ है. मौके पर एसएसएल की टीम जांच कर रही है। शरीर पर कुछ निशान मिले हैं. ऐसा लगता है कि उनके साथ मारपीट की गई है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद यह स्पष्ट हो पाएगा कि उनकी मौत किन परिस्थितियों में हुई है।