आदर्श गौशाला में औचक निरीक्षण करने पहुंचे एसडीएम, लापरवाही पर भड़कें

बीआर दर्शन | बक्सर
सदर अनुमंडल पदाधिकारी अविनाश कुमार ने सोमवार को बक्सर नगर स्थित आदर्श गौशाला का औचक निरीक्षण किया। दो दिन पूर्व एक गाय की संदिग्ध परिस्थिति में मौत की सूचना के बाद यह कार्रवाई की गई। बताया गया कि बीमार गाय का सही इलाज नहीं कराया गया था, जिस पर संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी के निर्देश पर एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर जांच की।
निरीक्षण के दौरान एसडीएम ने गौशाला के सचिव और मैनेजर को बुलाकर गाय की मृत्यु, संस्थान के गठन, सदस्यों की संख्या, परिसंपत्तियों और आय-व्यय से जुड़ी जानकारी मांगी। उन्हें मंगलवार की शाम तक सभी जरूरी कागजात उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। एसडीएम ने बताया कि गौशाला की स्थिति संतोषजनक नहीं पाई गई। भौतिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि न तो परिसंपत्तियों का रखरखाव सही ढंग से हो रहा है, न ही कर्मियों को अपनी जिम्मेदारियों की जानकारी है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति चिंताजनक है, जबकि गौशाला का उद्देश्य ही सेवा भाव है और सरकार भी इसके संचालन को लेकर गंभीर है।
उन्होंने कहा कि आदर्श गौशाला के नाम के अनुरूप व्यवस्था कायम करना अनिवार्य है। यहां मौजूद गायों की बेहतर स्वास्थ्य जांच और देखरेख की उचित व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए एक विशेष टीम बनाई जाएगी जो सभी पहलुओं पर जांच कर रिपोर्ट देगी। निरीक्षण के दौरान एसडीएम ने यह भी पाया कि गौशाला की परिसंपत्तियों का वाणिज्यिक उपयोग हो रहा है, इससे आय और व्यय की जांच की जाएगी। गौशाला परिसर में बने पुराने कटरे के ऊपर हो रहे नए निर्माण को लेकर भी उन्होंने सवाल खड़े किए। एसडीएम ने बताया कि निर्माण कार्य की जानकारी मिलते ही सचिव से अनुमति संबंधी कागजात मांगे गए हैं। फिलहाल तत्काल प्रभाव से निर्माण पर रोक लगा दी गई है।
इसके अलावा उन्होंने चरित्रवन स्थित गौशाला की जमीन पर हुए अतिक्रमण का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि अंचलाधिकारी से इस पर रिपोर्ट मांगी गई है और रिपोर्ट के आधार पर शीघ्र ही अतिक्रमण हटाकर चारागाह को पुनः विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब भी अतिरिक्त पशुओं को रखने की आवश्यकता होगी, तो वहां व्यवस्था की जाएगी। एसडीएम अविनाश कुमार ने अंत में कहा कि सभी मामलों की बिंदुवार जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि आदर्श गौशाला का नाम केवल नाम मात्र का न रह जाए, बल्कि उसका उद्देश्य और कार्य व्यवहारिक रूप से परिलक्षित हो।
इस मामले में गौशाला समिति के सचिव अनिल मानसिंहका ने कहा कि एसडीएम द्वारा मांगे गए सभी बिंदुओं पर जानकारी नीयत समय पर उपलब्ध करा दिया जाएगा। जांच में मदद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी बिंदुओं पर एसडीएम को अवगत कराया जाएगा ताकि गौशाला को सही ढंग से चलाया जा सके। उन्होंने कहा कि गौशाला में आय-व्यय को सार्वजनिक पटल पर भी रखा जाएगा।