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शराब तस्कराें से सांठगांठ के मामले में एसपी ने उत्पाद अधीक्षक काे गिरफ्तार करने का दिया निर्देश

 

बीआर दर्शन | बक्सर

शराब तस्करों से सांठगांठ में बक्सर उत्पाद अधीक्षक दिलीप पाठक का नाम सामने आया है। नाम सामने आने पर पुलिस ने जांच किया ताे कई अन्य साक्ष्य भी उनके खिलाफ पुलिस काे मिला। साक्ष्याें के आधार पर बक्सर एसपी मनीष कुमार ने उत्पाद अधीक्षक दिलीप पाठक काे गिरफ्तार करने का निर्देश संबंधित पदाधिकारी काे दिया। हालांकि आराेपित उत्पाद अधीक्षक फरार बताए जा रहें है। पुलिस उनकी गिरफ्तारी काे लेकर काेर्ट से वारंट के लिए भी दाैड़ लगा रही है।

बता दें कि 29 जून 2024 को गुप्त सूचना के आधार पर औद्योगिक थानाध्यक्ष अविनाश कुमार एवं सशस्त्र बल द्वारा उत्तर प्रदेश के तरफ से आने वाली वाहनाें की जांच दलसागर टाेल-प्लाजा पर कर रहे थे। उसी दाैरान एक स्कॉर्पियो जिसमें 513.5 लीटर शराब बरामद हुआ। इसी क्रम में एक टाटा इंडिगो कार की भी तलाशी ली गई जिसमें 84 लीटर वियर बरामद हुआ था। दोनों गाड़ी में सवार शराब तस्कराें काे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इनके द्वारा मिली जानकारी पर जांच किया गया ताे गंगा पुल पर उत्पाद चेक पाेस्ट पर तैनात हाेमगार्ड के दाे जवानाें काे की संलिप्तता सामने आई। थानाध्यक्ष द्वारा वीर कुंवर सेतु पर कार्यरत हाेमगार्ड जवान शेषनाथ के मोबाईल का वाट्सएप मेसेज डिटेल जांच करने पर पाया गया की मनीष द्वारा कुछ गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन नंबर एवं गाड़ी पार कराने संबंधी बात किया गया है। शेषनाथ यादव के मोबाइल पर भेजे गये गाड़ी के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर उत्तर प्रदेश से आने वाली कार से भारी मात्रा में शराब पकड़ा गया था। अनुसंधान के दौरान गिरफ्तार होमगार्ड शेषनाथ यादव एवं चर्चित जहरीली शराब कांड के आराेपी शराब तस्कर अमसारी के मुन्ना सिंह द्वारा स्वीकारोक्ति बयान में दिलिप पाठक की शराब तस्करी में संलिप्तता को स्पष्ट पाया गया। सभी साक्ष्याें के आधार पर एसपी ने उत्पाद अधीक्षक के गिरफ्तारी का निर्देश जारी कर दिया है। इसकी जानकारी एसपी ने प्रेस कांफ्रेंस में दी।

शराब तस्कराें से माेटी रकम की हाे रही थी लेनदेन:

अनुसंधान के क्रम में पुलिस ने पटना के रहने वाले एक बड़े शराब कारोबारी मनीष उर्फ मरांडी को गिरफ्तार किया था। जिसके मोबाइल नम्बर से उत्पाद चेकपोस्ट पर तैनात उत्पाद विभाग के सिपाही शेषनाथ यादव को उन तीनों गाडियो की तस्वीर एवं नम्बर शेयर किया गया था। जिसे उत्पाद विभाग की चेकपोस्ट से बिना जांच किये छोड़ दिया गया था। जिसे बक्सर पुलिस ने जब्त की थी। उक्त सिपाही का फोन जब्त कर पुलिस ने जब अनुसन्धान को आगे बढ़ाया तो उत्पाद विभाग के ही एक और सिपाही रामशंकर सिंह, के साथ कुल 8 लोगो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। जिनके मोबाइल से उत्पाद अधीक्षक दिलीप पाठक एवं कारोबारियो के बीच  सांठगांठ के अलावे मोटी रकम लेनदेन करने का पुलिस को कई पुख्ता प्रमाण मिला है।

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