सांपों के सौदागर गिरफ्तार, दिल्ली वन विभाग ने की कार्रवाई

बीआर दर्शन | बक्सर
सांपों के सौदागर को दिल्ली वन विभाग की टीम ने बक्सर से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान हाई- वोल्टेज ड्रामा भी हुआ। जब लोगों को सही बात की जानकारी मिली तो चैन की सांस ली। दिल्ली वन विभाग की टीम ने आरोपितों को अपने साथ लेकर चली गई।

मंगलवार की शाम नगर थाना क्षेत्र के कोइरपुरवा मोहल्ले में सादे लिबास में पहुंचे लोगों की टीम जब कोइरपुरवा से इंद्रजीत सिंह कोइरी समेत दो लोगों को लेकर निकाली तो अपहरण की अफवाह फैली। कुछ लोगों का अनुमान था यह एसटीएफ का किया धरा है। हालांकि बाद में लोगों को सही जानकारी मिली।


जब वन पदाधिकारी आरा-बक्सर क्षेत्र के मुताबिक बक्सर से तीन लोग हिरासत में लिए गए हैं। इनके विरुद्ध दो मुहां सांप की तस्करी का आरोप है। जिसकी तस्करी करना गैरकानूनी है। दिल्ली की टीम इस मामले में जांच कर रही है। वहां से एक टीम बिहार आई थी और उनके आग्रह पर वन विभाग आरा- बक्सर की टीम ने सहायता उपलब्ध कराई। इस टीम के सदस्य इन लोगों को यहां से गिरफ्तार करके ले गए हैं। प्रतिबंधित नस्ल के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा सैंडबोया प्रजाति के सर्प काफी महंगे बिकते हैं। रेड सैंड बोवा की कीमत करोड़ों में है। जानकारों का कहना है कि इसकी कीमत साइज और वजन के आधार पर तय होती है। अगर 4 फीट का हुआ तो उसकी कीमत करोड़ में भी हो सकती है। इसका इस्तेमाल तांत्रिक क्रियाओं के अलावा सेक्स पावर से जुड़ी दवा बनाने में किया जाता है। ऐसा लोग बताते हैं। यह सांप अपने जिले में गंगा के तटीय इलाकों में पाया जाता है। एसपी शुभम आर्य ने बताया कि वन विभाग की टीम द्वारा कार्रवाई की गई है।




