सदर अस्पताल समेत जिले के सभी अस्पतालाें में ओपीडी का हुआ बहिष्कार

बीआर दर्शन | बक्सर
सदर अस्पताल समेत जिला के सभी सरकारी अस्पतालाें में साेमवार काे ओपीडी का बहिष्कार किया गया। हालांकि इस दाैरान अपातकालिन सेवा सुचारु रुप से चलता रहा है। चिकित्सकाें और कर्मियाें ने ओपीडी का बहिष्कार कर अपनी आवाज काे बुलंद किया। चिकित्सकाें ने जिला प्रशासन के सामने अपनी प्रमुख मांगाे काे रखा।
सदर अस्पताल में ओपीडी बहिष्कार करते हुए चिकित्सकाें और कर्मियाें ने सभा का आयाेजन किया। सभा की अध्यक्षता सदर अस्पताल उपाधीक्षक डाॅ. नमिता सिंह और संचालन डाॅ. संजय कुमार ने किया। इस दाैरान चिकित्सकाें ने पिछले दिनाें इलाज के दाैरान बरुना बिठलपुर की बच्ची की माैत पर शाेक जताते हुए कहा कि चिकित्सक और कर्मी अस्पताल में आए मरीजाें के इलाज करते है न कि उन्हें मारने का काम करते है। उन्हाेंने कहा कि काेराेना काल जैसे समय में जब अपनाें ने अपनाें का साथ छाेड़ दिया उस दाैरान भी चिकित्सक और कर्मी पुरे मनाेयाेग से लाेगाें की सेवा करते रहे। बच्ची की माैत पर हंगामा करने और साजिश के तहत एफआईआर दर्ज कराने पर दु:ख जताया। कर्मियाें ने प्रशासन से मांग किया कि कार्यस्थल पर सुरक्षा, चिकित्सकाें और कर्मियाें पर दर्ज एफआईआर निरस्त करने और अस्पताल में हंगामा करने वालाें के खिलाफ कार्रवाई किया जाए। माैके पर बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलामंत्री आनंद सिंह ने कहा कि कार्यस्थल पर चिकित्सकाें और कर्मियाें की सुरक्षा मिलनी चाहिए। उन्हाेंने कहा कि डर के माहाैल में चिकित्सीय कार्य करने में काफी परेशानी हाेती है। आए दिन लाेग छाेटे-छाेटे बाताें काे लेकर चिकित्सक और कर्मियाें से उलझ जाते है ऐसे लाेगाें के खिलाफ कार्रवाई हाेनी चाहिए। माैके पर सिविल सर्जन डाॅ. शिव कुमार प्रसाद चक्रवर्ती के साथ सदर अस्पताल के सभी चिकित्सक और कर्मचारी माैजूद थे।
तीन दिन तक काला बिल्ला लगाकर करेंगे कार्य:
सदर अस्पताल में ओपीडी बहिष्कार के दाैरान फैसला किया गया कि अगले तीन दिनाें तक काला बिल्ला लगाकर चिकित्सक और कर्मी कार्य करेंगे। तीन दिनाें में प्रशासन उनकी मांगाें पर विचार नहीं करता है ताे आगे के आंदाेलन काे लेकर रणनीति बनाई जाएगी। चिकित्सकाें और कर्मियाें के चल रहे विराेध प्रदर्शन काे आईएमए ने भी अपना समर्थन दिया है। भासा के सचिव डाॅ. संजय कुमार ने बताया कि उनकी मांगाें पर विचार नहीं हाेने पर आंदाेलन काे बिहार स्तर पर ले जाने का कार्य किया जाएगा।