शांतिपूर्ण तरीके से मनाया गया मुहर्रम, तजिया निकाल दिखाए करतब
बीआर दर्शन। बक्सर
हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में त्याग, बलिदान, मातम और सच्चाई का पर्व मुहर्रम को लेकर शहर से लेकर गांव तक शांतिपूर्ण माहौल के साथ सम्पन्न हुआ।
शुक्रवार की रात बारह बजे के बाद शहर के सराय फाटक, दर्जी मोहल्ला, कोइरपुरवा, सोहनीपट्टी, मच्छरहट्टापुल, गजाधरगंज, मुसाफिरगंज, नालबंद टोली समेत अन्य अखाड़ों से भव्य ताजिया जुलूस निकाला गया। मुहर्रम जुलूस में इस्लाम धर्मावलंबियों के साथ साथ विभिन्न धर्म के लोग भी शामिल हुए। तलवार, भाला, गड़ासा, लाठी सहित आग से कई करतब दिखाए। कहा जाता है कि हजरत इमाम हुसैन अपने परिवार के साथ कर्बला के मैदान में शहीद हाे गए थे। लेकिन बातील के आगे अपने सिर नहीं झुकाया। इस्लाम को मानने वाले लोग हजरत हुसैन के याद में जुलूस के साथ मैदान-ए-जंग का दृश्य बड़े ही आकर्षक और अनोखे अंदाज में पेश किया। बड़े बड़े ताजिये मुहर्रम मेले का आकर्षण रहा। इसके अलावे सभी अखाड़ा कमेटियों ठठेरी बाजार सुबह पांच बजे तक इकठ्ठा हुई जहां से बक्सर होटल के समीप पहुंच संपन्न हुआ।
जुलूस के दौरान सुरक्षा व्यवस्था का व्यापक इंतजाम दिखा, देर रात में अधिकारी खुद मौजूद रहे।
वहीं हजरत इमाम हुसैन की शहादत पर मोहर्रम नगर पंचायत इटाढ़ी में भी मनाया गया इस दौरान भव्य ताजिया जुलूस निकाला गया। मुस्लिम समाज द्वारा मोहर्रम पर ढोल ताशों की मातमी धुनों के साथ ताजिया जुलूस के साथ करबला पहुंच समाप्त हुआ।
वही वर्षों से चले आ रही अखाड़ेबाजी के प्रदर्शन सर्वप्रथम मनभरन पाठक के दरवाजे से आरंभ हुआ को विगत 100 वर्षों से चली आ रही परंपरा को इस साल भी धूमधाम से मनाया गया। जिसमें तमाम हिंदू मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और भाईचारे का एक संदेश दिया युवाओं द्वारा बहुत प्रकार के करतब दिखाए गए। अपना करतब दिखा श्याम बिहारी पाठक ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मौके पर इसरार आलम, नाज़िम आलम, शिवम पाठक, राहुल पाठक, राहुल केशरी समेत सैकड़ों लोग शामिल रहे। वही मोहर्रम के मौके पर नगर पंचायत इटाढ़ी की सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस प्रशासन द्वारा पूरे जुलूस मार्ग में डटे हुए थे। कई सामाजिक संगठन की तरफ से जगह जगह शर्बत पिलाया गया।