राजद मजदूर नेता हत्याकांड का मुख्य आराेपी गिरफ्तार, पुलिस को बरगलाने का प्रयास

बीआर दर्शन | बक्सर
चाैसा पावर प्लांट के समीप हुए राजद मजदूर नेता हत्याकांड के प्राथमिकी आराेपित समेत चार काे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस हत्याकांड के अन्य आराेपिताें के गिरफ्तारी काे लेकर छापेमारी कर रही है। पुलिस मामले में एक नाबालिग समेत दाे काे पुर्व में ही दाे काे जेल भेज चुकी है। पुलिस ने मामले में बनारपुर गांव के मनाेरंजन पांडेय उर्फ राजा पांडेय, इटाढ़ी थाना क्षेत्र के सुकरवलिया गांव के बीरु उपाध्याय अजय उपाध्याय, गाेलु उपाध्याय उर्फ देव उपाध्याय और राजपुर थाना क्षेत्र के इटावा कपरिया गांव के अभिषेक कुमार राय उर्फ माेलु काे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
काेयले के ठेका काे लेकर हुई थी हत्या:
शुक्रवार काे पुलिस कार्यालय में प्रेस काे संबाेधित करते हुए एसपी शुभम आर्य ने बताया कि 26 मई काे बाइक सवार अपराधियाें ने राजद मजदूर नेता अर्जुन यादव की हत्या गाेली मार कर दी थी। घटना के बाद मृतक के परिजनाें ने मनाेरंजन पांडेय समेत आठ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। परिजनाें के मुताबिक ठेकेदारी के विवाद में हत्या की साजिश रची गई थी। उन्हाेंने बताया कि काेयले के ठेकेदारी काे लेकर दाेनाें के बीच विवाद चल रहा था। मृतक अर्जुन यादव राजनैतिक प्रभाव में काेयले की ठेकेदारी लगभग अपने नाम कर चुका था जिससे खार खाये आराेपिताें ने हत्या की साजिश रची थी। दाेनाें के बीच पूर्व में भी झगड़ा हाे चुका था। एसपी ने बताया कि मुख्य आराेपी ने ही हत्या की साजिश रची थी। हत्या के साजिश रचने के बाद आराेपी अपने बचाव में पटना अधिकारियाें और राजनेताओं के आवास पर अपने काे उपस्थित रखा। उसी ने शुटराें काे पैसा देकर हत्या की साजिश रची थी। एसपी का कहना है कि मुख्य आराेपी ने एक अन्य पुराने अपराधी राजा दूबे के मदद से शूटराें काे हायर किया था, जिनकी तलाश की जा रही है।
पटना मरीन ड्राईव पर रची गई थी हत्या की साजिश:
राजद नेता हत्याकांड की साजिश पटना मरीन ड्राइव पर रची गई थी। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आराेपी अभिषेक कुमार राय उर्फ माेलु की दुकान पटना मरीन ड्राइव पर है। मुख्य आराेपी का माेलु के साथ संपर्क था। उसी ने मनाेरंजन काे हत्या में शामिल अपराधियाें से संपर्क कराया।
पुलिस काे बरगलाने के लिए दाे काे कराया था गिरफ्तार :
पुलिस सूत्राें ने बताया कि मुख्य आराेपित ने पुलिस काे बरगलाने के लिए एक नाबलिग समेत दाे का सुराग दिया था। उसके सुराग पर पुलिस ने इटाढ़ी थाना क्षेत्र के जयपुर गांव के तुफानी गुप्ता के साथ एक नाबलिग काे पकड़ा था। एसपी का कहना है कि एक जून काे पकड़े गए दाेनाें काे डेढ़-डेढ़ लाख रुपए देकर गलत तरीके से बयान दिलवाया गया था ताकि पुलिस का मुख्य अपराधियाें से नजर हट जाए।
गिरफ्तारी टीम में थे शामिल:
एसपी ने बताया कि अर्जुन यादव हत्याकांड के बाद सदर एसडीपीओ धीरज कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। गिरफ्तारी टीम में मुफस्सिल थानाध्यक्ष शंभु कुमार भगत, सिकराैल थाना में तैनात चंदन कुमार यादव, मुफस्सिल थाना में तैनात चंदन कुमार और डीआईयू टीम के साथ मुफस्सिल थाना बल के जवान थे।