मिशन परिवार विकास अभियान में बक्सर पुरुष नसबंदी और अंतरा में सूबे में सबसे आगे
बीआर दर्शन | बक्सर
जिले में जनसंख्या स्थिरीकरण को लेकर चलाए जा रहे अभियानों की सफलता अब रंग लाने लगी है। जिसकी बदौलत नियोजन के स्थायी और अस्थायी साधनों को लेकर लोगों में पूर्व की अपेक्षा जागरूकता बढ़ी है। बीते माह पांच से 24 फरवरी तक मिशन परिवार विकास अभियान चलाया गया था। जिसके तहत पांच से 11 फरवरी तक दंपति संपर्क सप्ताह और 12 से 24 फरवरी तक परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा सम्पादित किया गया। इस दौरान बक्सर जिले ने सूबे में बेहतर प्रदर्शन किया है। जिसकी बदौलत परिवार नियोजन के अधिकांश साधनों की खपत में शिर्ष पांच में अपनी जगह सुनिश्चित की है। इस क्रम में फ्रंट लाइन वर्कर्स और लोगों की बढ़ती सहभागिता के कारण पूरे पखवाड़ा में पुरुष नसबंदी करने और अंतरा इन्जेक्शन लगाने में बक्सर जिले को पहला स्थान प्राप्त हुआ है। जिसको लेकर जिला स्वास्थ्य समिति के अधिकारियों और कर्मियों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।
पखवाड़ा के दौरान बक्सर में हुए 45 पुरुष नसबंदी :
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह डीएमओ डॉ. शैलेंद्र कुमार ने बताया कि मिशन परिवार विकास अभियान के दौरान कुछ इंडिकेटर्स में बक्सर जिला का प्रदर्शन बेहतर रहा है। पखवाड़ा के लिए निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध बक्सर जिले में 45 पुरुष नसबंदी हुई। जो लक्ष्य का 69.2 प्रतिशत है। पुरुष नसबंदी में बक्सर पहले स्थान पर रहा। वहीं, वैशाली और औरंगाबाद जिला क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। महिला बंध्याकरण में इस बार थोड़ा प्रदर्शन ठीक नहीं रहा, लेकिन इसे आगामी पखवाड़ा में सुधार लाया जाएगा। साथ ही, अंतरा इंजेक्शन देने में भी बक्सर 76.8 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करते हुए पहले स्थान पर है। इस सूची में भागलपुर और सारण क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। इसके अलावा आईयूसीडी लगाने में बक्सर चौथे स्थान पर है। बक्सर ने 46.4 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया है। इसमें मुंगेर पहले, रोहतास दूसरे और वैशाली तीसरे स्थान पर हैं।
छाया के वितरण में बक्सर तीसरे नंबर पर :
डॉ. शैलेंद्र कुमार ने बताया कि माला-ए के वितरण में बक्सर 35 प्रतिशत लक्ष्य हासिल करके दूसरे स्थान पर है। पहले स्थान पर पटना और तीसरे स्थान पर रोहतास जिला है। वहीं, छाया के वितरण में बक्सर 38 प्रतिशत के साथ तीसरे नंबर पर रहा। इस सूची में कैमूर पहले और पटना जिला दूसरे स्थान पर है। इसके अलावा कंडोम वितरण में बक्सर चौथे स्थान पर है। लक्ष्य के अनुरूप बक्सर ने 87 प्रतिशत लोगों को कंडोम मुहैया कराया है। वहीं, इस सूची में मुंगेर पहले, पटना दूसरे और भागलपुर तीसरे स्थान पर है। साथ ही, आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियों की बात की जाए तो इसमें बक्सर जिला नौवें स्थान पर है। पटना, रोहतास और सारण क्रमश: पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
अभी लोगों को और जागरूक करने की जरूरत :
मिशन परिवार विकास अभियान में बक्सर जिले में कई इंडिकेटर पर बेहतर कार्य हुए हैं। जिसमें लक्ष्य के अनुरूप पुरुष नसबंदी कराना सबसे महत्वपूर्ण रहा है। इसके लिए जिले के स्वास्थ्य अधिकारी और कर्मी बधाई के पात्र हैं। साथ ही, लोगों ने भी इस बार अपनी रुचि दिखाई है। जिसकी बदौलत यह लक्ष्य हासिल किया जा सका है। लेकिन, छोटा परिवार, सुखी परिवार के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए लोगों को अभी और जागरूक करने की जरूरत है। जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। – डॉ. सुरेश चंद्र सिन्हा, सिविल सर्जन, जिला स्वास्थ्य समिति, बक्सर