नौकरी का सपना पूरा नहीं होता देख विवाहिता ने लगाई फांसी

बीआर दर्शन | बक्सर
सरकारी नौकरी का सपना पूरा नहीं होते देख विवाहिता ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतका का बिहार पुलिस में चयन हुआ था लेकिन ससुराल वाले साथ नहीं दे रहे थे।
मिली जानकारी के मुताबिक चक्की थाना क्षेत्र के परसिया गांव के नेहा की शादी सिकरौल थाना क्षेत्र के कंजिया गांव के जयमंगल ठाकुर के साथ फरवरी 2025 में हुई थी। जयमंगल दूसरे राज्य में निजी कंपनी में काम करता था।
नेहा की इच्छा थी कि वह भी सरकारी नौकरी करे। उसका बिहार पुलिस में चयन हो चुका था, लेकिन ससुराल पक्ष इस पर सहमत नहीं था। पति का भी सहयोग नहीं मिलने से वह तनाव में थी। रविवार को उसका शव कमरे में फंदे से लटका हुआ मिला।
घटना की जानकारी मिलते ही सिकरौल थाना प्रभारी रिकेश कुमार मौके पर पहुंचे। घर के अंदर का दरवाजा बंद था। जब दरवाजा तोड़ा गया तो नेहा की लाश फंदे से झूलती मिली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मायके पक्ष को सूचना दी।
परिजनों के अनुसार, नेहा शुरू से ही आत्मनिर्भर बनना चाहती थी। उन्होंने बताया कि बेटी का चयन बिहार पुलिस में हो चुका था, लेकिन ससुराल वालों ने नौकरी करने से मना कर दिया था। पति भी इस फैसले में उसके साथ नहीं था।
सिकरौल थाना प्रभारी रिकेश कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। अभी तक मायके पक्ष की ओर से कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।