दिव्यांगता और बीमारी से परेशान युवक ने फांसी लगा जिंदगी कर ली समाप्त

बीआर दर्शन | बक्सर
राजपुर थाना क्षेत्र के स्थानीय गांव में एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया था।
मिली जानकारी के मुताबिक राजपुर गांव के अशोक पाण्डेय का 19 वर्षीय युवक निशांत पांडेय एक पैर से दिव्यांग था। युवक के दूसरे पैर में भी बहुत बड़ा घाव हो गया था जिसे लेकर युवक काफी चिंतित रहता था। प्रत्येक दिन अपने परिजनों के साथ छत पर सोता था। सुबह जल्द जगकर पूजा अर्चना करना एवं अन्य काम निपटाना इसके जीवन का हिस्सा था। मंगलवार की अहले सुबह भी लगभग 4:00 बजे जगकर छत से नीचे आने के बाद वह एक कमरे में चला गया। कमरे में लगा लकड़ी के मोटे बीम में रस्सी बांधकर फांसी के फंदे से लटक गया।कुछ ही देर बाद जब वह घर से नहीं निकला तो उसकी मां सोचने लगी कि आखिर वह स्नान करने एवं पूजा करने क्यों नहीं गया। पुत्र को देखने के लिए वह जब कमरे के अंदर गई तो उसे फंदे पर लटकता देख चिल्लाने लगी। जिसकी आवाज सुन पहुंचे परिजनों ने आनन फानन में नीचे उतारा तब तक इसकी मौत हो गई थी। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस जांच शुरू कर दिया है। थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर कागजी कार्रवाई के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
बताया जा रहा है कि युवक बीमारी से हताश होकर दर्दनाक कदम उठा लिया। परिजनों ने बताया कि यह जन्म से ही एक पैर से दिव्यांग था।एक पैर मोटा हो गया था। चलने फिरने में भी परेशानी थी। जिसका इलाज चल रहा था। पिछले वर्ष भी इसे दिल्ली के किसी निजी अस्पताल में दिखाया गया था। फिर भी उसके पैर में कोई सुधार नहीं हो रहा था। इधर कुछ महीनो से घाव जैसे जख्म हो जाने पर डॉक्टर ने कोई अन्य बीमारी होने की आशंका व्यक्त की थी। वह अपने साथियों एवं लोगों के बीच अक्सर यह कहता था कि मेरी जिंदगी में बहुत काफी कष्ट है। जिसे झेलना बहुत कष्टदायक है। घटना के बाद गांव वालों ने भी शोक व्यक्त किया।