किसान आंदोलन को कुचलने के लिए नेताओं को मुकदमों में फंसाने की हो रही साजिश – किसान नेता

बीआर दर्शन | बक्सर
प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर माेर्चा के सदस्याें ने चाैसा थर्मल पावर प्लांट में अपराधियाें के बढ़ती सक्रियता और पुलिस के विफलता काे लेकर शुक्रवार काे डीएम काे छह सूत्री मांग पत्र साैंपा। मांग पत्र के माध्यम से त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह किया।
किसान नेता अशोक प्रसाद सिंह का कहना है कि चौसा थर्मल में ठीकेदारों के बीच लूट की होड़ में लगतार हत्यांए हाे रही है। उच्च क्षमता के सीसीटीवी कैमरा के बीच दिन के उजाले में थर्मल गेट के पास बेखौफ हत्यारे ठीकेदार की हत्या कर चले गए। मगर हत्यारों तक पुलिस नहीं पहुंच पा रही है। सुनियोजित और सुविचारित ढंग से निर्दोष किसान और मजदूर नेताओं को मुकदमों में फंसाकर पुलिस हत्यारों का मनोबल बढा रही है। थर्मल प्रबंधन किसान आंदोलन को दबाने के लिए उनके नेताओं को मुकदमों में फंसा रही है। बक्सर पुलिस प्रशासन के इस रवैया से चौसा के किसान आक्रोशित है। प्रतिनिधि मंडल में अशोक प्रसाद सिंह, सुरेंद्र सिंह, विजय नारायण राय, शैलेश राय, नंदकुमार राम शामिल थे। वार्ता में ग्राम विकास सलाहकार समिति का अविलंब गठन की मांग की गई, ताकि प्रभावित गांवों का समुचित विकास हो सके। डीएम ने सभी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर आगे कार्यवाई का आश्वासन दिया। इधर चौसा थर्मल निर्माण से प्रभावित 23 गांवों के किसानों ने जुटान स्थल बनारपुर पंचायत भवन पर पहुंचकर अपना रोष व्यक्त किया। किसानों के इस जुटान की अध्यक्षता किसान नेता शैलेंद्र राय ने तथा मंच संचालन शिवाजी सिंह ने की। इस दाैरान प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर मोर्चा चौसा के अध्यक्ष राम प्रवेश सिंह ने मजदूर नेता की हत्या पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मजदूर नेता अर्जुन यादव की हत्या मजदूर आंदोलन की आवाज को दबाने की एक गहरी साजिश है। जिसका हम कठोर शब्दों में निंदा करते हैं। पुलिस प्रशासन पूर्वाग्रह से मुक्त होकर निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआई से इस घटना की जांच कराएं ताकि सच्चाई उजागर हो सके।