किशोरी के साथ दुष्कर्म के आरोपी ने किया आत्महत्या, गांव में तनाव
परिजनों का आरोप आनन-फानन में कराया गया पोस्टमार्टम मौत की सूचना के बाद कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र में बना था तनाव का माहौल
बीआर दर्शन। बक्सर
कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के एक गांव में नाबालिग से दो सप्ताह पूर्व दुष्कर्म के आरोपी के आत्महत्या के बाद गांव में तनाव बढ़ गया। पुलिस गांव में कैम्प कर रही है। वहीं पुलिस ने पीड़ित परिवार और गांव के सामाजिक लोगों के साथ बैठक कर मामले को शांत कराया।
कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के एक गांव के एक किशोर पर पाक्सो एक्ट के तहत 13 अक्टूबर को प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया था। किशोर को औरंगाबाद मुफस्सिल थाना अंतर्गत एक बाल सुधार गृह में रखा गया था। औरंगाबाद बाल संरक्षण इकाई की निदेशक अनीता कुमारी ने मीडिया में दिए अपने बयान में बताया है कि किशोर को कुछ दिन पूर्व ही यहां लाया गया था। किस कारण से उसने इस तरह का कदम उठाया यह ज्ञात नहीं हो सका है। उसने गमछा से फंदा बनाकर फांसी लगा ली। शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों के हवाले कर दिया गया है।
दुष्कर्म के आरोपी किशोर की मौत से पूर्व ही माता सुशीला देवी अपने पुत्र के साथ मिलने के लिए बाल सुधार गृह गई थी। वहां इन्होंने अपने पुत्र के साथ भेंट किया। परिजनों के मुताबिक उस दौरान किशोर ने अपनी मां से छाती में दर्द होने की बातों को भी कहा है। उसने अपनी मां से यह भी कहा है की दो दिनों से दर्द है। बेटे से मिलकर मां और भाई जैसे ही बिक्रमगंज पहुंचे तब तक किशोर की मौत की सूचना मिली। जिसके बाद परिजन स्तब्ध रह गए। परिजनों का कहना है कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि साजिश है। वही परिजनों के द्वारा किशोर की पुलिस के द्वारा मारने की भी बात कही जा रही थी।
मृतक किशोर के पिता ने मौत को संदेहास्पद बताते एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी को लिखित आवेदन देकर मौत के कारण का जांच करने का गुहार लगाया है। उन्होंने अपने आवेदन में कहा कि मौत की सूचना टेलीफोन के माध्यम से देकर आनन-फानन में शव को पोस्टमार्टम कर लिया गया। जो संदेह उत्पन्न कर रहा है। डुमरांव एसडीपीओ अफाक अंसारी ने कहा कि आरोपी को ग्रामीणों ने पकड़ कर दिया है। पीड़िता द्वारा नामजद एफआईआर किया गया था। जिसके बाद उसे जेल भेजा गया था।