आर.सी.पी. सिंह ने फूंका चुनावी बिगुल, 2025 में सत्ता में होगी ‘आप सबकी आवाज़’

बीआर दर्शन | बक्सर
आगामी विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर जिला में राजनीतिक हलचल तेज हो चुकी है। गुरुवार को इटाढ़ी प्रखंड परिसर में ‘आप सबकी आवाज़’ (आसा) पार्टी ने कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित कर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। सम्मेलन में जिलेभर से जुटे हजारों कार्यकर्ताओं की मौजूदगी ने यह राजनीतिक परिदृश्य में संदेश दे दिया कि आसा अब सिर्फ एक विकल्प नहीं, बल्कि सत्ता में भागीदारी का दावेदार है। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष दिलीप मिश्रा ने और संचालन भोजपुर के जिला उपाध्यक्ष ऋतिक रोशन ने किया।
सम्मेलन में मुख्य अतिथि और उद्घाटनकर्ता पूर्व केंद्रीय मंत्री सह आसा के संस्थापक अध्यक्ष आर. सी. पी. सिंह मंच ने कहा कि बक्सर ऐतिहासिक, धार्मिक और संभावनाओं से भरपूर क्षेत्र है। लेकिन इसे हमेशा चुनावी उपयोग की दृष्टि से देखा गया है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी सत्ता में आते ही शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी। हम बेटियों को एम.ए. तक मुफ्त शिक्षा देंगे। किसानों को केंद्र सरकार से ज्यादा सम्मान राशि देंगे। युवाओं को रोजगार मिलने तक आर्थिक सहायता मिलेगी। हर घर तक ऊर्जा, स्वास्थ्य और शिक्षा पहुंचाना हमारा संकल्प है। बिहार खनिज और प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है। यहां विकास की अपार संभावनाएं हैं। लेकिन सत्ता में बैठे लोग सिर्फ कुर्सी की राजनीति कर रहे हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्षा नारी शक्ति डॉ. ललिता ने कहा कि मुख्यमंत्री की उम्र अब शासन चलाने लायक नहीं रही।सरकार में अब कोई अनुशासन नहीं बचा है। सभी विभाग अपनी मर्जी से चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि आसा नई पार्टी जरूर है, लेकिन इसका नेतृत्वकर्ता अनुभवी और कर्मठ है।
जिला अध्यक्षा शोभा दुबे ने कहा कि जब आर. सी. पी. सिंह बिहार सरकार में आईएएस अधिकारी थे, तभी उन्होंने कुशासन से सुशासन की नींव रखी थी। 2010 में पार्टी का नेतृत्व संभालने के बाद उन्होंने पार्टी को जिला से लेकर बूथ स्तर तक खड़ा किया। जिलाध्यक्ष दिलीप मिश्रा ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि अब वे अवैध कब्जों में उलझ चुके हैं। जब हमारे नेता के साथ सरकार थी, तब बिहार तेजी से प्रगति कर रहा था।
मौके पर रविरंजन सिंह, विशन सिंह बिट्टू, डॉ. ललिता, नीरज कु गौड़, विशेष कश्यप, सतेंद्र सिंह, रवि रंजन तिवारी, वृज भूखन चौहान, गिरिजा राम, रेणु प्रजापति, गुंजन देवी, संजीव कुमार, रवि गुप्ता, अजित चौहान, सरोजा देवी समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।