अस्तचलगामी सूर्य को व्रतियों ने दिया अर्घ्य, प्रशासन रहा चुस्त – दुरुस्त
बीआर दर्शन। बक्सर
छठ महापर्व के तीसरे दिन व्रतियों ने अस्तचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। सोमवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ व्रत अनुष्ठान पूरा होगा। व्रतियों की सुविधा और सुरक्षा को लेकर विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ पुलिस – प्रशासन अलर्ट रहा।
लेकिन कार्तिक माह में पड़ने वाले छठ पर्व का विशेष महत्व होता है। इस साल छठ पर्व की शुरुआत 17 नवंबर शुक्रवार को नहाय खाय के साथ हो चुकी है। जिसका समापन 20 नवंबर 2023 सोमवार को ऊषा अर्घ्य के साथ इसका समापन होगा। बताया जाता है कि छठ पर्व प्रकृति, उषा, वायु, जल और देवी षष्ठी को समर्पित है। इसमें सूर्य देव की उपासना की जाती है। रविवार को व्रति गंगा किनारे छठ घाट पर पहुंच। धीरे- धीरे डूबते सूर्य को व्रतियों ने गंगा नदी में खड़े होकर अर्घ्य दिया। विभिन्न सामाजिक संगठनों के सहयोग से जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के द्वारा व्रतियों की सुविधा को लेकर छठ घाट पर आने -जाने वाले मार्ग को सुव्यवस्थित कर दिया था। वहीं प्रशासन के द्वारा गंगा नदी में बैरिकेडिंग कर दिया था। प्रशासन द्वारा लगातार गंगा नदी में गश्त किया जा रहा था।
वहीं रोटरी बक्सर द्वारा रविवार की सुबह शहर के सिद्धनाथ घाट से विभिन्न गंगा घाटों पर गैमेक्सिन का छिड़काव किया।कार्यक्रम में रोटरी अध्यक्ष राजेश केशरी एवं सचिव एस एम साहिल के साथ डॉ० सी एम सिंह, मनोज वर्मा, गोपाल केशरी, कृष्णानंद सिंह, अनिल केशरी, मनोज वर्मा, मनीष पाण्डेय, नरेश पोद्दार, मंजेश केशरी तथा रोट्रैक्ट से सुजीत गुप्ता, वेद प्रकाश, सागर वर्मा, राहुल गुप्ता एवं रोटरी मित्र अरविंद वर्मा, मुमताज हुसैन, गणेश जी और महेश थे।